Follow @dhandashaista

Wednesday 17 May 2017

एक सवाल

लहरें सी दौड़ रहीं हैं मन में
छूना चाहती हैं किनारा।
तुम पूछोगे, "कौन रोक रहा?"
जवाब नहीं है मेरे मन में।

समाज की बेड़ियाँ मैं जानूँ ना
पर कोई तो है जो रोक रहा
सवाल पूछने से ही मिलेंगे जवाब
पूछो अपने मन से।

No comments: